वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन एंड इनफार्मेशन डे के उपलक्ष्य में इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), जबलपुर लोकल सेंटर के तत्वावधान में “जेंडर इक्वलिटी इन डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन” विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
आन लाइन मोड में आयोजित हुए इस सेमिनार में तकनीक, शिक्षा और सामाजिक विकास के क्षेत्रों से जुड़े अनेक विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने भाग लिया।
मुख्य वक्ता इंजीनियर विवेक अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, “डिजिटल दुनिया में समावेशिता केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। जब तक महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में समान अवसर प्राप्त नहीं होंगे, तब तक किसी भी राष्ट्र का समग्र विकास अधूरा रहेगा।”
इस अवसर पर लोकल सेंटर के चेयरमैन इंजीनियर संजय मेहता, सचिव डॉ. राजीव जैन, इंजीनियर एस.एस. पवार, इंजीनियर दीक्षा मेहता और संयोजक इंजीनियर मनीष कटारे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन समन्वयक इंजीनियर एस.एस. पवार ने किया।
सेमिनार का उद्देश्य डिजिटल युग में महिलाओं और अन्य जेंडर समूहों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना, डिजिटल पहुंच में समानता लाना तथा तकनीकी क्षेत्रों में व्याप्त जेंडर की असमानताओं को दूर करने के उपायों पर मंथन करना था।
कार्यक्रम के दौरान डिजिटल शिक्षा, साइबर सुरक्षा, महिला उद्यमिता, और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
world telecommunication and information day: डिजिटल दुनिया में समावेशिता अधिकार नहीं, आवश्यकता
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